प्यार में फिर से पड़ने लगी हूँ भरी भरी सी हैं ज़िन्दगी , भावो में बहने लगी हूँ हाँ मैं तेरे प्यार में फिर से पड़ने लगी हूँ सोचा रुक जाएगी ज़िन्दगी , जब उसने मेरे दिल को तोडा लेकिन तूने आके मेरी ज़िन्दगी में इसका टुकड़ा टुकड़ा जोड़ा, सपने लेने छोड़ दिया था , लगी थी तनहा सा रहने अब तू मिला ज़िन्दगी में और तेरे सपने के सागर में लगी हूँ बहने भरी भरी सी हैं ज़िन्दगी , भावो में बहने लगी हूँ …. चली गयी थी चेहरे की हंसी आने लगे थे दुःख तुम मिला ज़िन्दगी में अब सच हैं सारे सुख प्यार एक शब्दो का खेल हैं , ऐसा लगा था सबसे कहने आज तो फिर से प्यार हो गया और लगी हूँ तेरे ख्वाबो में रहने भरी - भरी सी हैं ज़िन्दगी , भावो में बहने लगी हूँ …
Kisi say baat krna Or Kisi ke dil mein rehna Bura nahi hai…………… Kisi ki yaad mai jeena ya uske sath jeena bura nahi…………. Ager ye duniya ki nazar me bura toh kya huaa……….. duniya wale bhi insan hai………… khuda nahi……