"hello Pagel !
कैसे हो ?"
अरे मैं भी ना,
अच्छे ही होगे तुम।
हाँ हाँ जानती हूँ, टाइम नहीं है तुम्हारे पास, बहुत काम जो होता है ऑफिस का तुम्हें और मैं चाहती भी नहीं कि
तुम्हारे काम में कोई वांधा या फिर मेरे वजह से तेरे काम में कोई रुकावट ना आऐ
इसीलिए तेरे लिए कुछ words लिख रही
हूँ। समय लेगे तो पढ़ लेना...................
अच्छा सुनो !
मैं तुम से कुछ पूछना चाहती हूँ, कुछ कहना चाहती हूँ !
एक बार पढ़कर भूल जाना। क्योंकि ये
बात अब अंदर रख नहीं पाऊँगी और तुम से कहने की हिम्मत भी नहीं है, और ना किसी से share कर सकती हूँ
Pagel किसी को चाहने के लिए क्या-2 जरुरी है?....
या फिर क्या किसी को चाहने के लिए
दोस्ती में प्यार हो जाता है?
शायद हाँ। तो बस यही समझ लो मुझे
भी हो गया था। अब देखो हंसना मत, और ज़्यादा उड़ना भी नहीं।
पर हाँ, प्यार ही कहते हैं इसे जो मुझे हुआ है। मुझे तुमसे बहुत प्यार
हुआ है हद से भी ज्यादा, और प्यार
तुम से होता भी क्यों नहीं, क्योंकि तेरी बातें भी तो जादू की तरह असर करती थीं |
मैं तो टूटे दिल के साथ घूमती थी
बे फिक्र होकर, शायद
प्यार की सतरंगी दुनिया से दूर जा चुकी थी, फिर तुम आये मेरी जिंदगी में एक बहाने से, एक हवा का झोंका बनकर और तूफान बन के चले गये | अच्छा वेसे तुम्हे मेरी याद आती है क्या ???????????
वैसे अच्छा हुआ ना तुमने मुझे अपनी
ज़िन्दगी से धीरे-२ करके निकाल दिया,
अब तुम्हे कोई रोकने-टोकने और तेरे आगे-पीछे रोने वाली नहीं है, सब से बड़ी समस्या का समाधान हो गया तेरा, अब ना तेरे फोन की बैटरी जल्दी खत्म नहीं होती होगी और ना ही फ़ोन swich off रखने की जरुरत होती होगी......
अब तुम्हे कोई रोकने-टोकने और तेरे आगे-पीछे रोने वाली नहीं है, सब से बड़ी समस्या का समाधान हो गया तेरा, अब ना तेरे फोन की बैटरी जल्दी खत्म नहीं होती होगी और ना ही फ़ोन swich off रखने की जरुरत होती होगी......
अरे छोड़ो इन बातो को
मैं भी कैसी बाते लेकर बेठे गई.....
जिंदगी दी है भगवान् जी ने जीना तो पड़ेगा !
वैसे वो भी क्या दिन थे जब तुम
मेरी कमजोरी थी और ताकत भी |
क्या तुझे वो पल याद है जब एक दिन
हम ने देर रात तक बातें की थी, सच बताऊँ तो आँखों से नींद मानो फुर्र हो गयी थी। मानो मैं वो
पहली इंसान हूँ जिसके सामने तुम अपना दिल खोलकर रख दिया हो | वैसे तुम्हारे उन सपने और ख़्वाहिशें, बहुत सच्चाई थी| बस उस के बाद तेरे पास मेरे लिए समय कम होता चला गया या फिर
मैं ही तेरे लायक नहीं थी..............
अब तुम कहोगे कि नहीं पागल ऐसी बात
नहीं है पर क्या करू मैं भी पागल थी पूरी तरह से, वैसे प्यार कोई भी किसी से भी कर लेता है पर निभाना हर किसी
के बस मे नहीं है | उफ़ मैं भी
ना। मगर याद रखना कि किसी के बिना हम जीना नहीं छोड़ते है चाहे वो इन्सान या कोई भी
हो या फिर कितना भी प्यारा हो...........
तुम्हारा behavior मेरे लिए कभी अलग ना हुआ पर मेरी उमीदे ज्यादा बढ़ गये जिस की
कोई कदर नहीं थी मुझे लगा बात शायद आगे बढ़
रही है तुम मुझे और मेरी feelings को
समझोगे पर शायद मेरे मे ही कोई कमी है तुम
दोस्त बनकर बातें करते रहे और मैं प्यार में डूबती जा रही थी। फिर क्या था, बह गया उम्मीदों का संसार और धीरे-धीरे उसके बाद मैं और
तन्हाई रह गई...
कहते हैं ना 'expectation
hurts'; बस वही हुआ था मेरे साथ। तुम वही busy Personer
जो बन गए। सच कहूँ तो तुमने आगे निकल गये और तुम ने एक
बार भी पीछे मुड़कर भी नहीं देखा आखिर क्यों क्या मैं इस लायक नहीं तेरे साथ कंधे
से कंधा मिलाकर तेरे साथ चल सकू| जानती थी कि जिम्मेदारियां बहुत हैं तुम्हारे पास और शायद
दोस्तों की भी कमी नहीं है तुम्हें, बस कमी थी वो मेरे में ही थी जो हर मोड़ पे मुझे छोड़
दिया........
पागल मैं तुम से कोई शिकायत नहीं
कर रही, बस तुम हमेशा खुश रहना !
भगवान तुम्हे हमेशा खुश रखे और हर
मोड़ पे तेरा साथ दे !
Keep smile always
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