ना जाने कब तुझको
चाहने लगी !
ना चाहते हुए भी
चुपके-2 से तेरे पीछे आने लगी !
तुझे देखे बिना ना
ही नींद आती और ना ही चैन मिलता है
लगता है, ये दीवाना दिल तेरी
यादो में खो गया है ।
मुझे तेरी यादो में
रातों को रोने आता है !
सोचती हूँ ,
क्या है तेरा और
मेरा रिश्ता ?
जो तुम मुझे बहुत
याद आते हो,
काश ! तुम मेरे
होते ,
फिर रोज नए सबेरे होते ,
लेकिन ये हो ना सका
,
ऐसा क्यों हुआ किस बात की सजा मिली हम दोनों को...
कहा जाये,
किसे
बताये इस दिल की बाते............
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